Hindi sahitya

इस ब्लॉग में हिंदी साहित्य की सभी विधाओं के लिए कथाकार, कवि, साहित्यकार ,लेखक सब संबंधित जानकारी प्राप्त होगी।पीजीटी ,टीजीटी हिंदी की तैयारी हेतु सामग्री विभिन्न ट्रिक्स के माध्यम से प्राप्त होगी।आलोचक, भाषण कला, निबंध कला, पत्र लेखन और व्याकरण संबंधी लेख मिलेंगे। कक्षा दसवीं ,बारहवीं ,बीए प्रथम ,वर्ष द्वितीय, तृतीय से संबंधित प्रश्नोत्तर पाठ्यक्रम पिछले वर्षों के पेपर आधी जानकारी इस पर प्राप्त होगी।हरियाणवी संस्कृति से संबंधित है लेख यहां प्राप्त होंगे।

मंगलवार, 1 फ़रवरी 2022

गोरा उपन्यास की समीक्षा

›
गोरा उपन्यास की समीक्षा "गोरा" उपन्यास की तात्वि क समीक्षा:- "गोरा" रवि द्रं नाथ ठाकुर जी की कालजई रचना हैजो केवल बांग्ल...
रविवार, 24 अक्टूबर 2021

प्रयोगवाद

›
प्रयोगवाद साम्यवाद व मार्क्सवाद दृष्टि से ओतप्रोत साहित्य धारा प्रगतिवाद के पश्चात हिंदी साहित्य में प्रयोगवाद का उदय हुआ । 1. छायावादोत्तर ...

नागरी प्रचारिणी सभा

›
Feeनागरी प्रचारिणी सभा भूमिका काशी नागरीप्रचारिणी सभा की स्थापना 16 जुलाई, 1893 ई. को श्यामसुंदर दास जी द्वारा हुई थी। यह वह समय था जब अँगरे...
बुधवार, 13 अक्टूबर 2021

नाथ संप्रदाय

›
नाथ संप्रदाय का संक्षिप्त परिचय नाथ संप्रदाय सिद्धू और संतों के बीच की एक कड़ी है। नाथ लोग  बौद्धों की सहजयान शाखा से पल्लवित हुए हैं। सिद्ध...
रविवार, 2 मई 2021

आचार्य रामचंद्र शुक्ल :एक विश्लेषण

›
 रामचंद्र शुक्ल हिंदी भाषा के आधुनिक काल का जब भी जिक्र होगा तो कुछ महा पंडितो के नाम जरूर लिए जाएंगे।  हिंदी साहित्य को परिभाषित करने के लि...

आत्मविश्वास निबंध

›
आत्मविश्वास निबंध आत्मनिर्भरता आत्मनिर्भरता मनुष्य का जीवन संघर्ष का जीवन किंतु यदि संघर् से जूझते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहता है ...
गुरुवार, 18 मार्च 2021

पल्लवन शब्द का अर्थ बताते हुए उसकी परिभाषा एवं प्रक्रिया के नियमों का उल्लेख कीजिए।

›
पल्लवन का अर्थ व परिभाषा प्रक्रिया व नियम पल्लवन शब्द का शाब्दिक अर्थ विस्तार होता है यह शब्द अंग्रेजी के Expansion शब्द का हिंदी अनुवाद है ...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

Assistant professor

मेरी फ़ोटो
Suman sharma
Assistant professor Hindi
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.