5955758281021487 Hindi sahitya : रामचरितमानस
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शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

तुलसीदास कृत रामचरितमानस के मुख्य बिंदु

तुलसीदास कृत रामचरितमानस के मुख्य बिंदु
1.रामचरितमानस भक्ति काल का सुप्रसिद्ध ग्रंथ है।
2.तुलसीदास की रामचरितमानस से सबसे प्रसिद्ध रचना है
3.यह अवधी भाषा में लिखी गई है।
4.यह एक प्रबंध काव्य है।
5.इसमें दोहा और चौपाई छंदों का प्रयोग किया गया है।
6.1074 दोहों का प्रयोग इसमें है।
7.मुख्य रस से इसमें भक्ति रस है।
8.रामचरितमानस की रचना संवत 1631 में चैत्र शुक्ल रामनवमी मंगलवार को हुआ।
9.इसकी रचना में कुल 2 वर्ष 7 महीने 26 दिन लगे।
10.मानस में सात कांड हैं जो इस प्रकार से हैं।
1.बालकांड ।
2.अयोध्या कांड 
3.अरण्य कांड 
4.किष्किंधा कांड
5. सुंदरकांड 
6.लंका कांड 
7.उत्तरकांड।
रामचरितमानस के विषय में विभिन्न विद्वानों के मत
1.आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रामचरितमानस को लोकमंगल की साधना अवस्था का काव्य माना है।
2.अयोध्या कांड को रामचरितमानस का हृदय स्थल कहा जाता है इस कांड की चित्रकूट सभा को आचार्य 3.रामचंद्र शुक्ल ने एक आध्यात्मिक घटना की संज्ञा दी है।
4.चित्रकूट सभा में वेद नीति लोक नीति एवं राजनीति तीनों का समन्वय दिखाई देता है।
5.रामचरितमानस की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने स्वायत्त सुखय के साथ-साथ लोकगीत एवं लोक मंगल के लिए किया है।
6.रामचरितमानस के मार्मिक स्थल निम्नलिखित हैं।
1.राम का अयोध्या का त्याग और पति के रूप में वन गमन
2चित्रकूट में राम और भरत का मिलन।
3.सबरी का आतिथ्य।
4.लक्ष्मण को शक्ति लगने पर राम का विलाप।
5.भरत की प्रतीक्षा।
7.आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने लिखा है तुलसीदास का संपूर्ण काव्य समन्वय की विराट चेष्टा है।
8.रामचरितमानस पर सर्वाधिक प्रभाव अध्यात्म रामायण का पड़ा है।
9.तुलसीदास ने सर्वप्रथम मानस को रसखान को सुनाया था।
10.रामचरितमानसआज भी पूरे भारतवर्ष में सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला ग्रंथ है।