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रविवार, 19 अप्रैल 2020

छुट्टियों का सदुपयोग निबंध

छुट्टियों का कैसे करें सदुपयोग निबंध
प्रस्तावना-समय सतत प्रवाह मान है जिसे रोका नहीं जा सकता मनुष्य जीवन की सार्थकता समय के सदुपयोग में है जिस व्यक्ति ने समय का सदुपयोग नहीं किया समय उसका सब कुछ नष्ट कर देता है क्षण क्षण मूल्यवान है क्षण क्षण का सदुपयोग करना उचित है समय की गति बड़ी विचित्र होती है मनुष्य चाहता कुछ और है होता कुछ और है।उतार और चढ़ाव जीवन के हिस्से यह स्वाभाविक भी है इसमें खुद को प्रभावित न होने दें परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को डालने की कोशिश करें ।
आज इसी विषय पर समय का सदुपयोग या छुट्टियों में समय हम कैसे बिताएं ।समय का उपयोग किस प्रकार से किया जा सकता है। छुट्टियों में समय का सदुपयोग पर निम्नलिखित बिंदुओं है।
क्या ना करें।

1.सबसे पहले आपको बिना किसी शर्त के खुद से प्रेम करना होगा पिछली गतिविधियों को सोच कर अपने आप को कोसने की बजाय अपनी कमजोरियों की बजाय अपनी ताकत पर ध्यान दीजिए कमजोरियों की सूची बनाइए अपने आप को अच्छी तरह से समझाइए कि क्या-क्या उपलब्धियां रही क्या क्या कमी आ रही।

2.उपलब्धिया चाहे जितनी छोटी क्यों ना हो उसे बड़ी मानी।
प्रत्येक सफलता को सेलिब्रेट करें और अपनी एनर्जी का उपयोग करते हुए पॉजिटिव बातें सोचे।

3.नेगेटिव सोच तथा नकारात्मक सोच से स्वयं को दूर रखें।
   अच्छी स्मृतियां बनाएं।

4.पूरा संसार संभावनाओं से भरा हुआ है खुद को संभावनाओं के संसार में उतारे अपनी इच्छाओं के बारे में विचार करें यह भूल जाए कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं कुछ रचनात्मक करें ।
5.अपने अंदर की आवाज सुनें।

6.अपनी कमजोरियों की लिस्ट बनाएं तथा इस समय का सदुपयोग करते हुए कमजोरियों पर काम करना शुरू करें।
7.मनुष्य में ना पड़े सबसे पहला नियम अनुशासन बद्ध तरीके से जी हैं जिसकी शुरुआत सुबह उठने से लेकर रात होने तक उसका पालन करें अगर उचित प्रकार से पालन ना उसके तो छोटी-छोटी सजा भी अपने आप को दें जैसे अपनी पसंद के गाने ना सुने ना पूरा दिन अपनी मनपसंद चीज ना खाना इत्यादि।
क्या करें इस समय में-
1.जो आपको आता है अपनी उस कला की पहचान करें।
कला की पहचान करने के पश्चात अपनी कला को निखारने की कोशिश करें जैसे चित्रकला जैसे ड्रॉइंग जैसे संगीत वादन इत्यादि।
2.कुछ रचनात्मक करें जो घर में फालतू सामान पड़ा है उनको इकट्ठा करें और उनसे कुछ नया बनाने की कोशिश करें जैसे चूड़ियां चूड़ियों से कुछ बनाना जैसे गत्तों से कुछ बनाना कपड़े से कुछ बनाना इत्यादि।
3सीमित साधनों में से ही नया कोई खेल निकालें।
पूरा परिवार इकट्ठा होकर किसी एक टोपी का को सुबह सेलेक्ट करें उस पर अपने मन के विचार लिखें तथा शाम को इकट्ठे होकर एक दूसरे के विचार सुने सम्मान करें उनका और कुछ मुख्य बिंदु उसमें से निकाली।
4.पूरा परिवार मिलकर के अंतरा अंताक्षरी खेले अंताक्षरी में यह नहीं है कि सिर्फ गीतों की अंताक्षरी हो यह अंताक्षरी स्थानों के नामों की राज्य राजधानियों के नाम इसके अलावा हिंदी शब्दकोश तथ इंग्लिश शब्दकोश से संबंधित हो सकती है।
5....30 तक पहाड़े याद करें टेबल्स को याद करें स्क्वेयर 20th की याद करें, इसको एक प्रतियोगिता के रूप में लें कि कौन कितना जल्दी याद कर सकता है।
कहानियां पड़े सुने जीवनी पढ़ें तथा उनका विश्लेषण करें अथवा समीक्षा करके लिखकर जरूर कि आपने क्या सीखा इसमें क्या सकारात्मक बात है और क्या नकारात्मक बात है।
6.प्रतिदिन की समाचार पड़े या सुनी उसके बाद शाम को समाचारों का विश्लेषण करें मुख्य पांच समाचारों का विश्लेषण करिए और अपने लेखन शैली का मूल्यांकन कीजिए कि आपके लिखने में कैसे शब्दों का प्रयोग कर पा रही हैं इससे आपकी लेखन कला में सुधार होना शुरू होगा था अपने अनुभव को अच्छे ढंग से आप लिख पाएंगे।
7.परिवार के सदस्य मिलकर विचार गोष्ठी का आयोजन करें।
8.बोलने की कला में सुधार करें भाषण कला में निपुणता हासिल करें।
9.अपने व्यक्तित्व को निखारने का भरसक प्रयास करें।
10.शारीरिक व्यायाम करें अपनी आंतरिक शक्तियों का विकास करें।
11.वर्तनी सुधार के लिए श्रुतलेख या फिर डिक्टेशन माता पिता बोले तथा वर्तनी सुधार प्रतियोगिता का आयोजन घर के बच्चों में ही करें तथा उसमें इनामी प्रतियोगिता करवाएं और फल स्वरुप इनाम भी प्रदान करें।
12.इस समय में अच्छी पुस्तकें पढ़ने का यह सर्वोत्तम समय है पढ़कर के छोड़िए नहीं उस पर की समीक्षा जरूर करें अच्छे और बुरे पॉइंट्स अलग अलग से लिखें।
13.डायरी लिखें तथा अलग-अलग विषय पर वर्गीकरण कीजिए अपने द्वारा कहानी कविता और अपने द्वारा निर्मित ही चुटकुले लिखें तथा जानकारी बढ़ाएं।
14.कोई   हस्तकला  सीखे।
15.दादा दादी के साथ समय व्यतीत करें उनके जीवन केअनुभव अश्विनी उनको लिखें अपनी अलग डायरी में तथा उनके हस्ताक्षर करवाएं या वह अनपढ़ हो तो उनका अगर अंगूठा जरूर लगवाएं जब वह नहीं होंगे तो उनकी यादें आप समेट कर रख सकते हैं।
16.अपनी वर्तनी में सुधार करें चाहे वह इंग्लिश की हो या हिंदी की व्याकरण संबंधी अशुद्धियों पर ध्यान दें।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करें जैसे जीके रिजनिंग जर्नल मैप इत्यादि।
17.ऑनलाइन जीके क्वीज खेलें।
18.अपने अच्छे भविष्य के लिए इंग्लिश पर मजबूती या पकड़ बनाए कोई एक दिन ऐसा निश्चित करें जिसमें पूरा परिवार इंग्लिश बोले।
19.पेंटिंग करें।
20.स्पीकिंग कोर्स ज्वाइन करें।
21.प्रैक्टिकल नॉलेज भी हासिल करें जैसे बैंक में भरे जाने वाले फार्म कैश बुक चेक बुक बचत के क्या महत्व हैं कैसे पैसे जमा करवाए जाते हैं कैसे निकाले जाते हैं यह सब जाने।
22.अपने पैतृक गांव की जानकारी एकत्रित करें उस क्षेत्र विशेष की प्रमुख उपलब्धियां तथा उसमें से प्रमुख व्यक्तित्व जिन्होंने कुछ अच्छा किया है उसे सूचीबद्ध करें तथा नया रिसर्च पेपर लिखें ।
23अपनी परंपराओं और और संस्कारों की जानकारी इकट्ठा करें तथा मूल्यांकन करें कि वह आज के संदर्भ में कितनी सही हैं तो कितनी गलत हैं।
24.माताओं केके साथ रहकर पाक कला में निपुणता हासिल करें सलाद व स्नेक्स की ट्रेनिंग ले नई नई डिशेस बनाने की कोशिश करें।
25.घर को पुनः व्यवस्थित करें।
26.पूरे सामान को अच्छे से रखें अपने अलमारियों को विश व्यवस्थित करें।
27.विविध विषयों के शो लिखित निर्मित नोट्स तैयार करें आलेख व डायग्राम बनाएं।
28.15 अगस्त, 26 जनवरी, अध्यापक दिवस, अनुशासन ,प्रेम दिवस विविध विषयों पर शायरी लिखे या अन्य लेखकों की शायरी को एकत्रित करें और उन्हें स्मरण करने की कोशिश करें जिससे आपकी भाषण कला में काफी सुधार होगा
29इंटरनेट की जानकारी हासिल करें ग्राफिक डिजाइनिंग इन शार्ट टाइम कोर्स ज्वाइन करें ऑनलाइन बैठ कर के
30. कुछ न कुछ 
 स्किल डेवलपमेंट करें।
निष्कर्ष/उप संहार
निष्कर्ष के रूप में हम कह सकते हैं कि समय निरंतर गतिमान है इसे रोका नहीं जा सकता। यह किसी को क्षमा नहीं करता है जो इस समय की इज्जत नहीं करता है समय उसकी भी इज्जत नहीं करता है। राजा -रंक ,संत -असंत ,गरीब -अमीर आदि सभी समय की काल में समा जाते हैं ।इसलिए यह समय जो हमें मिला है उसमें ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें,अभ्यास करें। ज्यादा से ज्यादा इसका सदुपयोग करें। करणी है नहीं तो अंत में पश्चाताप ही हाथ लगेगा महापुरुष संदेश देते हैं कि जीवन का बीता हुआ प्रत्येक शमशान की ओर ले जा रहा है इसे समझाते हुए एक कवि ने कहा है कि

गूंजते थे जिनके ढंग के से जमीन ओ आसमान
चुप पड़े हैं मकबरे में हूं हां कुछ भी नहीं है।

इसी संदर्भ में कवि ने और समय के महत्व को समझाया है-

रात बिताई सोय के ,दिवस बीता खाए 
हीरा जन्म अनमोल है, ऐसे बिताई जाए

शनिवार, 18 अप्रैल 2020

बी .ए .हिंदी प्रथम वर्ष के वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरी

बी .ए .हिंदी प्रथम वर्ष के वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरी। विगत से पेपर में आए हुए प्रश्न-
इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी, मीरपुर ,हरियाणा
मई ,2019
प्रश्न संख्या 1: नाटक में खड़क धारणी कौन है ?
उत्तर :नाटक में खड़क धारणी नायक की बहन मंदाकिनी है।


प्रश्न संख्या 2: ध्रुवस्वामिनी नाटक के लेखक का नाम क्या है?
उत्तर:जयशंकर प्रसाद है।

प्रश्न संख्या 3 : सूरदास की प्रमुख रचनाओं का नाम
 क्या है?
उत्तर: सूरदास की प्रमुख तीन रचनाएं हैं-
1. सूरसागर
2. सूरसरावली
3. साहित्य लहरी।

प्रश्न संख्या 4 कबीर किस धारा के प्रमुख कवि हैं‌?
उत्तर        कबीर निर्गुण भक्ति धारा के कवि हैं।
प्रश्न संख्या 5  सम्राट राम के भाई का क्या नाम है।
उत्तर        चंद्रगुप्त

प्रश्न संख्या  6.अपने मुंह मियां मिट्ठू मुहावरे का क्या अर्थ है?
 उत्तर‌:     अपनी प्रशंसा स्वयं करना ।

प्रश्न संख्या 7    मिट्टी का माधो लोकोक्ति का अर्थ बताइए ।
    उत्तर           मिट्टी का माधो का अर्थ है निरा मूर्ख।

    प्रश्न संख्या 8.   चंद्रगुप्त के पिता का क्या नाम है ?
        उत्तर      चंद्रगुप्त के पिता का नाम समुद्रगुप्त है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र
b.a. प्रथम वर्ष सेमेस्टर 2
सब्जेक्ट हिंदी पेपर में 2019
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक , हरियाणा
b.a. प्रथम वर्ष ,सेमेस्टर 2 , प्रश्न पत्र पेपर मई,2019
सब्जेक्ट- हिंदी अनिवार्य
1.ध्रुवस्वामिनी नाटक के लेखक का नाम लिखिए।        ---    जयशंकर प्रसाद।

2.लातों के भूत बातों से नहीं मानते मुहावरे का अर्थ         लिखिए।
   ---*बिना दंड के कार्य न करना।

3.विकट शब्द का अर्थ लिखिए।
  ---*  विकट शब्द का अर्थ है कठिन।

4.चंद्रगुप्त की दो विशेषताएं लिखिए।
  ---*1. ध्रुवस्वामिनी नाटक का नायक था।
    ---*2.   सुशासन ,सच्चा प्रेमी ,स्त्रियों का सम्मान                       करने वाला।

5.आंखों के तारा मुहावरे का अर्थ लिखिए।
   ---*  बहुत प्यारा।

6.राम गुप्त की दो विशेषताएं लिखिए।
  ---*    1.कायर , विलासी एवं कामुक।
  ----*     2.अदूरदर्शी एवं अविवेकी राजा

  7.ध्रुवस्वामिनी नाटक की समीक्षा कीजिए।
   ---*   ध्रुवस्वामिनी नाटक जयशंकर प्रसाद का स्त्री                 प्रधान    नाटक है ।कथावस्तु तीन भागों में                   विभाजित ,पात्रों की संख्या सीमित                            ,संकलनत्रय   की उपयुक्त, संवाद योजना                      पात्रानुकूल,   गीति           योजना                                सटीक,भाषा शैली सरल ,रंगमंच की दृष्टि                        से एक सफल नाटक है।

     8.     ध्रुवस्वामिनी किसकी वाग्दत्ता थी ।
    ---*    चंद्रगुप्त की





शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

तुलसीदास कृत रामचरितमानस के मुख्य बिंदु

तुलसीदास कृत रामचरितमानस के मुख्य बिंदु
1.रामचरितमानस भक्ति काल का सुप्रसिद्ध ग्रंथ है।
2.तुलसीदास की रामचरितमानस से सबसे प्रसिद्ध रचना है
3.यह अवधी भाषा में लिखी गई है।
4.यह एक प्रबंध काव्य है।
5.इसमें दोहा और चौपाई छंदों का प्रयोग किया गया है।
6.1074 दोहों का प्रयोग इसमें है।
7.मुख्य रस से इसमें भक्ति रस है।
8.रामचरितमानस की रचना संवत 1631 में चैत्र शुक्ल रामनवमी मंगलवार को हुआ।
9.इसकी रचना में कुल 2 वर्ष 7 महीने 26 दिन लगे।
10.मानस में सात कांड हैं जो इस प्रकार से हैं।
1.बालकांड ।
2.अयोध्या कांड 
3.अरण्य कांड 
4.किष्किंधा कांड
5. सुंदरकांड 
6.लंका कांड 
7.उत्तरकांड।
रामचरितमानस के विषय में विभिन्न विद्वानों के मत
1.आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रामचरितमानस को लोकमंगल की साधना अवस्था का काव्य माना है।
2.अयोध्या कांड को रामचरितमानस का हृदय स्थल कहा जाता है इस कांड की चित्रकूट सभा को आचार्य 3.रामचंद्र शुक्ल ने एक आध्यात्मिक घटना की संज्ञा दी है।
4.चित्रकूट सभा में वेद नीति लोक नीति एवं राजनीति तीनों का समन्वय दिखाई देता है।
5.रामचरितमानस की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने स्वायत्त सुखय के साथ-साथ लोकगीत एवं लोक मंगल के लिए किया है।
6.रामचरितमानस के मार्मिक स्थल निम्नलिखित हैं।
1.राम का अयोध्या का त्याग और पति के रूप में वन गमन
2चित्रकूट में राम और भरत का मिलन।
3.सबरी का आतिथ्य।
4.लक्ष्मण को शक्ति लगने पर राम का विलाप।
5.भरत की प्रतीक्षा।
7.आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने लिखा है तुलसीदास का संपूर्ण काव्य समन्वय की विराट चेष्टा है।
8.रामचरितमानस पर सर्वाधिक प्रभाव अध्यात्म रामायण का पड़ा है।
9.तुलसीदास ने सर्वप्रथम मानस को रसखान को सुनाया था।
10.रामचरितमानसआज भी पूरे भारतवर्ष में सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला ग्रंथ है।

सूफी की उत्पत्ति व सूफी संप्रदाय

आधुनिक काल में नई कविता

आधुनिक काल में नई कविता,ौ
१.नई कविता नाम अजय को दिया हुआ है अपनी एक रेडियो वार्ता में उन्होंने इस पद का सर्वप्रथम प्रयोग किया था जो बाद में नए पत्ते के जनवरी-फरवरी अंक 1953 में नई कविता शीर्षक से प्रकाशित हुई।
२.नई कविता का आरंभ सन 1954 में जगदीश गुप्त द्वारा संपादित नई कविता पत्रिका के प्रकाशन से माना जाता है।
३.बच्चन सिंह नई कविता का आरंभ सन 1951 से मानते हैं इनके अनुसार नई कविता प्रयोगवादी कविता का एक परिष्कृत रूप है।
४.मुक्तिबोध ने लिखा है नई कविता वैविध्य मां जीवन के प्रति आतम चेतन व्यक्ति की प्रतिक्रिया है नई कविता का स्वर एक नई विविध है।
५.डॉ धर्मवीर भारती ने लिखा है नई कविता प्रथम बार समस्त जीवन को व्यक्ति या समाज इस प्रकार से तंग विभाजन ओं के आधार पर मैं माफ कर मूल्यों की सापेक्ष स्थिति में व्यक्ति और समाज दोनों को मापने का प्रयास कर रही है।
६.डॉ रामस्वरूप चतुर्वेदी ने लिखा है नई कविता में समग्र मनुष्य की बात ही नहीं कही गई वरन मनुष्य की समग्र अनुभव खंडों का संयोजित किया गया है।
७.विजय नारायण साही ने नई कविता में लघु मानव की प्रतिष्ठा की है ‌।
९.नईकविता में दो प्रमुख तत्व हैं -
१.अनुभूति की प्रमाणिकता
२ बुद्धि मूलक यथार्थवादी दृष्टि 
१०.नई कविता में कैक्टस वाद का जन्म होता है नई कविता में कैक्टस प्रतीक रूप में अपनाया गया है जो अदम्य उत्साह जीवन आकांक्षा 1 घंटा का प्रतीक है। प्रमुख कवि --सच्चिदानंद हीरानंद वात्सायन अजेय ,मलयज ,मुक्तिबोध ,शमशेर बहादुर सिंह, नरेश मेहता भवानी प्रसाद मिश्र ,केदारनाथ सिंह इत्यादि।
नई कविता :- महत्वपूर्ण आंदोलन

1.नयी कविता-"अज्ञेय"
2.नवगीत-"राजेन्द्र प्रसाद सिंह" (डॉ शम्भूनाथ सिंह)
3.साठोत्तरी  कविता -"जगदीश गुप्त"
4.ताजी कविता-"लक्ष्मीकांत वर्मा"
5.तट की कविता-"राम बचन राय"
6.अगीत-"रंगनाथ मिश्र"
7.बीट गीत -"राजकमल चौधरी"
8.अस्वीकृत कविता-"श्रीराम शुक्ल"
9.सहज कविता-"रविन्द्र भ्रमर"
10.सनातणी सूर्योदय कविता-'विरेन्द्र कुमार जैन"
11.कैप्सूल वाद-"डॉ ओमकार नाथ त्रिपाठी"
12. अकविता-"श्याम परमार"
13.आज की कविता-"हरीश मैदानी"
14.साम्प्रतिक कविता-"श्याम नारायण"
15.युयुत्शावादीकविता-"शलभ श्री राम सिंह"
16.निर्दिशांयामी कविता- "डॉ सत्यदेव राजहंस"
17.वाम/प्रतिबद्ध कविता-"डॉ परमानंद श्रीवास्तव'
18.नवप्रगतिशील-"नवलकिशोर" 


Haryanvi sahitya ,हरियाणवी साहित्य में कुछ वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरी

प्रश्न नंबर 1 हरियाणवी साहित्य का इतिहास पुस्तक के लेखक का नाम बताइए|
उत्तर रघुवीर सिंह मथाना और डॉक्टर बाबूराम
प्रश्न दो हरियाणा को पश्चिमी हिंदी का प्रमुख उपभाषा मानी जाती है यह कथन किसका है|
उत्तर डॉक्टर नानक चंद शर्मा का
प्रश्न नंबर 3 हरियाणवी सॉन्ग परंपरा की शुरुआत कब हुई|
उत्तर 13वीं शताब्दी में
प्रश्न संख्या 4 किसे सागो का पितामह कहा जाता है|
उत्तर किशनलाल भाट
प्रश्न संख्या 5 मेवाती जन-जन कवि होने का गौरव किसे प्राप्त है|
उत्तर सादुल्लाह
प्रश्न संख्या 6 सादुल्ला ने मेवाती भाषा में महाभारत की रचना की उस रचना का नाम लिखिए।
उत्तर पांडवान का कड़ा
प्रश्न संख्या 7 सांग सम्राट किसे कहा जाता है।
उत्तर पंडित लख्मीचंद को।
प्रश्न संख्या 8 संत सिपाही महाकाव्य के रचयिता कौन है।
उत्तर उदयभानु हंस।
प्रश्न संख्या 9 हरियाणवी रामायण के रचयिता का नाम बताइए।
उत्तर रामेश्वर दयाल शास्त्री।
प्रश्न संख्या 10 हरियाणवी गीता के रचयिता का नाम बताइए।
उत्तर डॉक्टर नानक चंद।
प्रश्न संख्या 11 हरियाणा का प्रथम सफल उपन्यासकार किसे माना जाता है।
उत्तर मोहन चोपड़ा को।
प्रश्न संख्या 12 हरियाणवी गीतांजलि के रचयिता कौन हैं।
उत्तर भारत भूषण सांघीवाल

फैसला कहानी लेखिका मैत्रेयी पुष्पा