5955758281021487 Hindi sahitya : प्रेमचंद रचित ईदगाह कहानी में बाल मनोविज्ञान

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

प्रेमचंद रचित ईदगाह कहानी में बाल मनोविज्ञान

प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी ईदगाह में मनोविश्लेषणात्मक विवेचन।
भूमिका- प्रेमचंद जी उपन्यास सम्राट कहे जाते हैं क्योंकि उन्होंने 300 से ज्यादा कहानियां लिखी हैं।प्रेमचंद जी को यथार्थवादी लेखक कहा जाता हैउन्होंने नारी समस्या वेश्यावृत्ति किसान समस्या युवा वर्ग से संबंधित अनेक विषयों पर अपनी लेखनी चलाई है लेकिन ईदगाह कहानी में एक बालमन का सूक्ष्म विश्लेषण किया गया है यह एक मनोविश्लेषणात्मक कहानी है जिनको हम कुछ तथ्यों पर ध्यान देकर साबित कर सकते हैं।-
1. त्योहारों की प्रशंसा
 2जिम्मेदारियों से मुक्ति 3.
बच्चों की कल्पना 4.
5.हाजिर जवाब
 6.नकल की प्रवृत्ति
 7.समझौता करने की प्रवृत्ति 
8.तर्क करने की प्रवृत्ति
 9.स्वाभिमान
 10.विनोदी स्वभाव 
11.जिज्ञासा की प्रवृत्ति
 निष्कर्ष -प्रेमचंद ने ईदगाह कहानी में बच्चों की स्वभाविक प्रवृत्तियों का सूक्ष्मता से वर्णन किया है लेखक की निरीक्षण शक्ति बड़ी बहन है जैसे बच्चों को बड़ी निकटता से उन्होंने देखा हो लेखक ने अपनी सूक्ष्म सोच और कल्पना शक्ति से इस कहानी का मनोविश्लेषणात्मक वर्णन सूक्ष्म दृष्टि से किया है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि ईदगाह कहानी मनोविज्ञान से संबंधित है या ईदगाह प्रेमचंद की एक मनोविश्लेषणात्मक कहानी है ।धन्यवाद

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