5955758281021487 Hindi sahitya : फैसला कहानी लेखिका मैत्रेई पुष्पा के प्रमुख बिंदु

गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

फैसला कहानी लेखिका मैत्रेई पुष्पा के प्रमुख बिंदु

फैसला कहानी लेखिका मैत्रेई पुष्पा के प्रमुख बिंदु
फैसला कहानी हिंदी की प्रसिद्ध कहानीकार मैत्रेई पुष्पा की प्रसिद्ध कहानी है इसके प्रमुख पात्र वसुमति ,ईसुरिया, रणवीर है जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं।
वसुमति की चारित्रिक विशेषताएं
1. परंपरागत ग्राम वधू-हालांकि बसंती ग्राम प्रधान सुनी जाती है परंतु अपने रुतबे और दायित्वों का प्रयोग न करके एक घरेलू श्री पत्नी से अधिक नहीं बन पाती है क्योंकि उसके पद का रुतबा दायित्व तो उसका पति रणवीर ही निभाता है वह किसी रबड़ स्टैंप की तरह अपने पति द्वारा बताई गई जगह पर ही दस्तखत करती है वह अपने घरेलू दायित्वों को परंपरागत ग्राम वधू की बात ही निभाती है
2 पति से भयभीत-वसुमति पत्नी के रूप में अपने पति से डरती है यही कारण है कि जब उसका पति उसे पंचायत से ले आता तो चुपचाप चली आती हैं तथा फिर उसे पंचायत में न जाने को कहता है तो वह उसका विरोध भी नहीं करती।
3. ग्रामीण स्त्रियों के रोष का शिकार-ग्राम की स्त्रियों ने उसे इसलिए वोट दी थी कि वह एक स्त्री होकर स्त्री सशक्तिकरण पर काम करेगी परंतु उसके पति रणवीर ने उसको यह पद ढंग से संभालन नहीं दिया इसलिए गांव की औरतें उस पर ताना लगाती थी बली तुम प्रधान आपके द्वार पर तो पक्का खरंजा करा लिया अपनी गलती तो पत्रों से बनवा ली
 हमसे क्या बता बहन की कीचड़ में ही छोड़ दिए।
4.न्याय प्रिय बेशक वसुमति ग्रामीण स्त्रियों की उपेक्षा पर खरी नहीं उतरती और उनके ताने सुनती है परंतु वह न्याय प्रिय है वह पंचायत में हरदोई को उसके पति के साथ भेजने का न्याय पूर्ण निर्णय करती है इस अन्याय के लिए दोषी अपने पति को अपना ही वोट नहीं देती वह 1 वोट से ही चुनाव हार जाता है लेकिन मैं क्या करती अपने भीतर की ईसुरिया को नहीं मार सकती क्षमा करना।

ईसुरिया की चारित्रिक विशेषताएं-वसुमति के बाद फैसला कहानी की महत्वपूर्ण पात्र यह एक युवती आडंबर से मुक्त स्त्री पुरुष को समानता की दृष्टि से देखने वाली न्याय प्रिय वसुमति को सही रास्ता दिखाने वाली गडरिया की बहू स्पष्ट वादी व्यवहार कुशल निश्चल लेखिका को प्रभावित करने वाली स्त्री पात्र है।
रणबीर की चारित्रिक विशेषताएं-रणवीर फैसला कहानी का प्रमुख पात्र है कथानायका वसुमति के पति अपने कृत्यों के कारण कहानी का खलनायक कुशल राजनीतिज्ञ पुरुष प्रधान समाज पाई माहिती भ्रष्टाचारी षड्यंत्रकारी कुर्सी बचाने के लिए रिश्तो को ताक पर रखने वाला एक सच्चा राजनेता दिखाई पड़ता है।
निष्कर्ष- वसुमति चीर बंदिनी की मुख सभी को तोड़कर फैसले में निर्णायक भूमिका निभाने वाली तो वहीं इस रवया के माध्यम से लेखिका की प्रेरणा शक्ति बनने वाली स्त्री पात्र तथा आज की स्वतंत्र विचारधारा का नेतृत्व करने वाली नारी रणवीर के माध्यम से लेखिका ने राजनेताओं की षड्यंत्रकारी प्रवृत्ति के बारे में बताने की कोशिश की है कहानी की तत्वों के माध्यम से फैसला कहानी एक उद्देश्य पूर्ण तथा सक्षम कहानी है।

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