भूमिका-
मानक का अर्थ होता है एक निश्चित पैमाने के अनुसार घटित होना मानक भाषा की शब्दावली ,उसका व्याकरण, उसके उच्चारण का स्वरूप निश्चित और स्वरूप जाता है और इसका प्रचार और विस्तार पूरे भाषा क्षेत्र में एक जैसा लागू हो जाता है।
मानक हिंदी के चार प्रमुख तत्व होते हैं-
1 ऐतिहासिकता
2. मानकीकरण
3 जीवंतता
4. स्वायत्तता
1. वह व्याकरण सम्मत होती है।
2. नए शब्दों के ग्रहण और समर्थन में न्याय संगत व निर्माण में समर्थ होती है।
3.वह परिनिष्ठित विशिष्ट प्रकार्यात्मक स्तर पर होती है। 4. वह सर्वमान्य होती है।
5.इसमें क्षेत्रीय तथा स्थानीय प्रयोगों से बचने की प्रवृत्ति होती है।
6. भाषा में एकरूपता होती है।
7. वह हमारे सांस्कृतिक, शैक्षिक ,प्रशासनिक, संवैधानिक क्षेत्रों का कार्य संपादित करने में सक्षम होती है
8. वह सुस्पष्ट सुनिश्चित ओर से निर्धारित होती है।
9. इसके संप्रेक्षण में कोई भ्रांति नहीं होती।
10. इसमें त्रुटियों को सहज रूप से स्वीकार करने की शक्ति होती है।
निष्कर्ष-
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