5955758281021487 Hindi sahitya : संपादक के गुण एवं दायित्व

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

संपादक के गुण एवं दायित्व

संपादक के गुण एवं दायित्व।
भूमिका- किसी भी पत्र या पत्रिका के प्रकाशन में संपादक का विस्तार होता है जो किसी फिल्म के निर्माण में उसके निर्देशक का अथवा किसी कार्यालय के संचालन में उस कार्यालय के प्रबंधक का जो कार्य होता है वही कार्य एक संपादक का होता है संपादक के कुछ गुण व दायित्व होते हैं जो निम्नलिखित हैं ।
1.संपादक का व्यवहार मधुर होना चाहिए
ताकि उसके कार्यालय के कर्मचारी अच्छे से कार्य कर सकें। 
2.संपादक का सामाजिक राजनीतिक व व्यापारिक दायरा अत्यंत विस्तृत होना चाहिए ।
3.समाचार पत्र संपादक के एक दायित्व पूर्ण कार्य है 4.संपादक का हर खबर के प्रति अपने पत्र के प्रति दायित्व बनता है 
5.संपादक को विभिन्न विषयों का ज्ञान होना अति आवश्यक है 
6संपादक को तकनीकी तथा मशीनी ज्ञान भी होना चाहिए 7.संपादक को अच्छे संपादन के लिए कार्य कुशल व्यक्तियों की पहचान होनी चाहिए 
8.कार्यालय का उचित प्रबंध करने के लिए उसे एक अच्छा प्रबंधक भी होना चाहिए 
9.संपादक में एक अच्छे लेखक के गुण भी होने जरूरी हैं उसे कम शब्दों में अधिक बात  कहने का माद्दा होना चाहिए 
संपादक के दायित्व -
1विभिन्न स्त्रोतों से समाचार का संकलन करना 
2.विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त समाचार को महत्व के अनुसार व्यवस्थित करना 
3.अपने समाचार पत्र अथवा पत्रिका को समसामयिक बनाए रखना 
4.विभिन्न विद्वानों आलोचकों बुद्धिजीवियों विषय विशेषज्ञों के लिए एक राय प्राप्त करना और उन्हें प्रासंगिक माहौल में प्रकाशित करना 
5.विभिन्न महापुरुषों की जयंती यों धार्मिक सामाजिक राष्ट्रीय पर्वों से संबंधित विभिन्न लेखों का प्रकाशन करना 6.खेल और आर्थिक गतिविधियों तथा फिल्मी मनोरंजन संबंधी खबरों व लेखों का प्रकाशन करना 
7.अपने पत्र की आर्थिक स्थिति मजबूत बनाए रखने के लिए विज्ञापनों का प्रकाशन करना 
8.किसी भी प्रकार की खबर का प्रकाशन करने से पहले उसकी सच्चाई की पुष्टि कर लेना ।
9.जन भावनाओं व सामाजिक सरोकारों का ध्यान रखना अपने पत्र के विस्तार हेतु सजग रहना 
निष्कर्ष -संपादक ही एक अच्छे पत्रकार संचालक होता है वह उस नाविक की भांति होता है जो किनारे पर लगाता है।

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